hindi short story
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घर की मुर्गी – दाल बराबर?
a Talesmith short by Rajesh Muthuraj अपमान का अचार रसोई नगर की सुबह हमेशा की तरह शांति से शुरू हुई जब तक कि किसी ने वो जानी-मानी कहावत नहीं बोल दी:“घर की मुर्गी दाल बराबर!” बस फिर क्या था, मुर्गी मैडम का प्रेशर कुकर फट पड़ा।वो घमंड से अपनी पंख फड़फड़ाते हुए बोलीं,“बस! अब तो Read more